Friday, 12 August 2016

हृदय रोग की महाऔषधि अर्जुन की छाल के फायदे

हृदय रोग की महाऔषधि अर्जुन की छाल के फायदे
         अर्जुन के पेड़ की छाल हृदय रोग की महाऔषधि माना जाता है। इसका उपयोग हाई बीपी, बढ़ा हुआ कोलेस्‍ट्रॉल वा हार्ट अटैक तथा मोटापे की घातक बीमारी के लिए भी किया जाता है, आइए जानें कैसे।
(1)अर्जुन की छाल के फायदे
अर्जुन का पेड़ भारत में पाया जाने वाला एक औषधीय पेड़ हैं। इसके पेड़ की छाल के बारे में तो आपने सुना ही होगा। इसकी छाल को धूप में सुखाकर उसका पाउडर बनाया जाता है। यह शीतल, हृदय को हितकारी, कसैला, क्षय, कफ तथा पित्त को नष्ट करता है। इसका मुख्य उपयोग हृदय रोग के उपचार में किया जाता है। यह हृदय रोग की महाऔषधि माना जाता है। इसका उपयोग हाई बीपी, बढ़ा हुआ कोलेस्‍ट्रॉल वा हार्ट अटैक तथा मोटापे की घातक बीमारी के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा यह पेट दर्द, कान का दर्द, झाइयां, बुखार, श्वेतप्रदर, टीबी और खांसी में भी लाभप्रद होता है। आइए इसके स्‍वास्‍थ्‍य लाभ के बारे में जानकारी लेते हैं।
(2)हृदय रोग के लिए वरदान
हृदय रोगी के लिए अर्जुन के पेड़ की छाल का सेवन बहुत लाभप्रद सिद्ध होता है। यह हृदय की सभी समस्‍याओं के लिए वरदान है। इसकी छाल का महीन चूर्ण कपड़े से छानकर 3-3 ग्राम (आधा छोटा चम्मच) पानी के साथ सुबह-शाम सेवन करना चाहिए। या अर्जुन की छाल को 400/500 मिली पानी में पकाये 200 मिली रहने पर गैस से उतार लें और हर नियमित रूप से सुबह शाम 10-10 मिली ले। इससे ब्‍लड में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल कम हो जायेगा, खून के धक्के साफ हो जायेंगे और एंजियोप्लास्टी की नौबत नहीं आएगी।
(3)हड्डियों के लिए लाभकारी
हड्डी टूट जाने और चोट लगने पर भी अर्जुन की छाल शीघ्र लाभ करती है। अगर हड्डी टूट जाए या चोट लग जाए तो अर्जुन की छाल के चूर्ण को दूध के साथ लेने से हड्डी जल्‍द जुड़ जाती है। इसके अलावा आप टूटी हड्डी के स्थान पर अर्जुन की छाल को घी में पीसकर लेप करके पट्टी बांध लेने से हड्डी शीघ्र जुड़ जाती है।
(4)डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद
अर्जुन छाल का चूर्ण और देसी जामुन के बीजों के चूर्ण की समान मात्रा प्रतिदिन रात सोने से पहले आधा चम्मच चूर्ण गुनगुने पानी में मिलाकर लेने से बहुत फायदेमंद होता है। यह नुस्खा डायबिटीज रोगियो के लिए फायदेमंद होता है।
(5)खांसी में फायदेमंद
अर्जुन की छाल को सुखाकर और कूट कर महीन चूर्ण बना लें। फिर ताजे हरे अडूसे के पत्तों का रस निकालकर इस चूर्ण में डाल दें और चूर्ण सुखा लें। ऐसा सात बार करके चूर्ण को खूब सुखाकर पैक बंद शीशी में भर लें। इस चूर्ण को 3 ग्राम (छोटा आधा चम्मच) मात्रा में शहद में मिलाकर चटाने से रोगी को खांसी में आराम मिलता है।
(6)यूरीन में रूकावट दूर करें
यूरीन में रुकावट होने पर अर्जुन की छाल को कूट-पीसकर 2 कप पानी में डालकर उबालें। जब आधा कप पानी बच जायें तो उतारकर छान लें और रोगी को दें। इससे यूरीन की रुकावट दूर हो जाती है। फायदा होने तक इस उपाय को दिन में एक बार पिलायें।