Friday 16 September 2016

साइटिका पेन का सबसे अच्छा आयुर्वेदिक इलाज

 

     सबसे आम समस्या जो लोगो में डॉक्टर्स को देखने को मिलती है वो है सियाटिका (sciatica).साइटिका (sciatica) नाडी, जिसका उपरी सिरा लगभग 1 इंच मोटा होता है, प्रत्येक नितंब के नीचे से शुरू होकर टाँग के पिछले भाग से गुजरती हुई पाँव की एडी पेर ख़त्म होती है| इस नाडी का नाम इंग्लीश में साइटिका नर्व है| इसी नाडी में जब सूजन ओर दर्द के कारण पीड़ा होती है तो इसे वात शूल अथवा साइटिका का दर्द कहते है| इस रोग का आरंभ अचानक ओर तेज दर्द के साथ होता है| 30 से 40 साल की उम्र के लोगो में ये समस्या आम होती है |साइटिका का दर्द एक समय मे सिर्फ़ एक ही टाँग मे होता है| सर्दियों के दिनो में ये दर्द और भी बढ़ जाता है |रोगी को चलने मे कठिनाई होती है| रोगी जब सोता या बैठता है तो टाँग की पूरी नस खींच जाती है ओर बहुत तकलीफ़ होती है|
इसके कई कारण हो सकते है :
जैसे सर्दी लगने(कोल्ड स्ट्रोक), 
अधिक चलने से,
मलावरोध (शोच न होना),
स्त्रियॉं में गर्भ की अवस्था,
या गर्भाशय का अर्बुद (Tumour),
तथा मेरुदंड (spine) की विकृतियाँ, आदि से, किसी  तंत्रिका  या तंत्रिका मूलों (नर्व रूट) पर पड़ने वाले  दबाव से उत्पन्न होता है। कभी-कभी यह नसों की सूजन (तंत्रिकाशोथ Neuritis) से भी होता है।
सियाटिका का इलाज :
How to cure sciatica?
सामग्री:
4 लहसुन की  कलियाँ
200 ml दूध
तयार करने की विधि :
लहसुन को काट कर दूध में डाल दें | दूध को कुछ मिनट तक उबालें | उबालने के बाद इसे मीठा करने के लिए थोडा  शहद मिला लें | इस  दूध का रोजाना सेवन करें जब तक दर्द खत्म न हो जाये |